निर्वर्तना: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> अजीवाधिकरण आस्रव का एक भेद । इसके दो भेद हैं—मूलगुण निर्वर्तना और उत्तरगुण निर्वर्तना । इनमें शरीर, वचन, मन तथा श्वासोच्छ्वास आदि की रचना मूलगुण निर्वर्तना है और काष्ठ, पाषाण, मिट्टी आदि से चित्र आदि का बनाना उत्तरगुण निर्वर्तना है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 58-86-87 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> अजीवाधिकरण आस्रव का एक भेद । इसके दो भेद हैं—मूलगुण निर्वर्तना और उत्तरगुण निर्वर्तना । इनमें शरीर, वचन, मन तथा श्वासोच्छ्वास आदि की रचना मूलगुण निर्वर्तना है और काष्ठ, पाषाण, मिट्टी आदि से चित्र आदि का बनाना उत्तरगुण निर्वर्तना है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 58-86-87 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
निर्वर्तना का अर्थ निष्पादना या रचना है। अन्य संबंधित विषय के लिए देखें अधिकरण ।
पुराणकोष से
अजीवाधिकरण आस्रव का एक भेद । इसके दो भेद हैं—मूलगुण निर्वर्तना और उत्तरगुण निर्वर्तना । इनमें शरीर, वचन, मन तथा श्वासोच्छ्वास आदि की रचना मूलगुण निर्वर्तना है और काष्ठ, पाषाण, मिट्टी आदि से चित्र आदि का बनाना उत्तरगुण निर्वर्तना है । हरिवंशपुराण 58-86-87