षड्दर्शन: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 3: | Line 3: | ||
<span class="SanskritText">दर्शनानि षडेवात्र मूलभेदव्यपेक्षया...।2। बौद्धं नैयायिकं सांख्यं जैनं वैशेषिकं तथा। जैमिनीयं च नामानि दर्शनानाममून्यहो।3। | <span class="SanskritText">दर्शनानि षडेवात्र मूलभेदव्यपेक्षया...।2। बौद्धं नैयायिकं सांख्यं जैनं वैशेषिकं तथा। जैमिनीयं च नामानि दर्शनानाममून्यहो।3। | ||
=मूल भेद की अपेक्षा दर्शन छह ही होते हैं। उनके नाम यह हैं–बौद्ध, नैयायिक, सांख्य, जैन, वैशेषिक तथा जैमिनीय।देखें [[ दर्शन ]]। | =<span class="HindiText">मूल भेद की अपेक्षा दर्शन छह ही होते हैं। उनके नाम यह हैं–बौद्ध, नैयायिक, सांख्य, जैन, वैशेषिक तथा जैमिनीय।देखें [[ दर्शन ]]। | ||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 13:32, 2 December 2022
षड्दर्शनसमुच्चय/मू./2-3
दर्शनानि षडेवात्र मूलभेदव्यपेक्षया...।2। बौद्धं नैयायिकं सांख्यं जैनं वैशेषिकं तथा। जैमिनीयं च नामानि दर्शनानाममून्यहो।3।
=मूल भेद की अपेक्षा दर्शन छह ही होते हैं। उनके नाम यह हैं–बौद्ध, नैयायिक, सांख्य, जैन, वैशेषिक तथा जैमिनीय।देखें दर्शन ।