असंसार: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 10: | Line 10: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: अ]] | [[Category: अ]] | ||
[[Category: द्रव्यानुयोग]] |
Latest revision as of 18:23, 23 December 2022
यह संसार का विलोम है। अतः शिवपद की प्राप्ति या परमसुख की प्रतिष्ठा ही असंसार है।
संसार के सम्बन्ध में विशेष जानकारी हेतु देखें संसार ।