वरधर्मा: Difference between revisions
From जैनकोष
Bhumi Doshi (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> एक गणिनी । कलिंग के राजा अतिवीर्य द्वारा भरत पर आक्रमण किये जाने के समय राम और लक्ष्मण सीता को इन्हीं के पास छोड़कर नट के वेष में भरत की सहायता करने गये थे । <span class="GRef"> पद्मपुराण 37.86-97 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> एक गणिनी । कलिंग के राजा अतिवीर्य द्वारा भरत पर आक्रमण किये जाने के समय राम और लक्ष्मण सीता को इन्हीं के पास छोड़कर नट के वेष में भरत की सहायता करने गये थे । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_37#86|पद्मपुराण - 37.86-97]] </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Revision as of 22:35, 17 November 2023
एक गणिनी । कलिंग के राजा अतिवीर्य द्वारा भरत पर आक्रमण किये जाने के समय राम और लक्ष्मण सीता को इन्हीं के पास छोड़कर नट के वेष में भरत की सहायता करने गये थे । पद्मपुराण - 37.86-97