लधिमा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) एक विद्या । यह दशानन को प्राप्त थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 7.326-332 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) एक विद्या । यह दशानन को प्राप्त थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_7#326|पद्मपुराण - 7.326-332]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशत्व और वशित्व इन आठ सिद्धियों में चौथी सिद्धि । भरतेश को ये आठों सिद्धियाँ प्राप्त थी । <span class="GRef"> महापुराण 38.193 </span></p> | <p id="2">(2) अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशत्व और वशित्व इन आठ सिद्धियों में चौथी सिद्धि । भरतेश को ये आठों सिद्धियाँ प्राप्त थी । <span class="GRef"> महापुराण 38.193 </span></p> | ||
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Revision as of 22:35, 17 November 2023
(1) एक विद्या । यह दशानन को प्राप्त थी । पद्मपुराण - 7.326-332
(2) अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशत्व और वशित्व इन आठ सिद्धियों में चौथी सिद्धि । भरतेश को ये आठों सिद्धियाँ प्राप्त थी । महापुराण 38.193