वृत्रसूदन: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> राजा सहस्रार का पुत्र-इंद्र । आत्मरक्षा के लिए विद्याधरों द्वारा सहस्रार से निवेदन किये जाने पर उसने उन्हें इसी के पास भेजा था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 7.61-63 </span>देखें [[ इंद्र#6 | इंद्र - 6]]</p> | <div class="HindiText"> <p> राजा सहस्रार का पुत्र-इंद्र । आत्मरक्षा के लिए विद्याधरों द्वारा सहस्रार से निवेदन किये जाने पर उसने उन्हें इसी के पास भेजा था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_7#61|पद्मपुराण - 7.61-63]] </span>देखें [[ इंद्र#6 | इंद्र - 6]]</p> | ||
</div> | </div> | ||
Revision as of 22:35, 17 November 2023
राजा सहस्रार का पुत्र-इंद्र । आत्मरक्षा के लिए विद्याधरों द्वारा सहस्रार से निवेदन किये जाने पर उसने उन्हें इसी के पास भेजा था । पद्मपुराण - 7.61-63 देखें इंद्र - 6