संवेजिनी: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> आक्षेपिणी आदि चार प्रकार की कथाओं में एक प्रकार की कथा । संसार से भय उत्पन्न करने वाली कथा संवेजिनी कथा कहलाती है । <span class="GRef"> पद्मपुराण 106.92-93 </span>देखें [[ संवेदिनी ]]</p> | <div class="HindiText"> <p> आक्षेपिणी आदि चार प्रकार की कथाओं में एक प्रकार की कथा । संसार से भय उत्पन्न करने वाली कथा संवेजिनी कथा कहलाती है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_106#92|पद्मपुराण - 106.92-93]] </span>देखें [[ संवेदिनी ]]</p> | ||
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Revision as of 22:36, 17 November 2023
आक्षेपिणी आदि चार प्रकार की कथाओं में एक प्रकार की कथा । संसार से भय उत्पन्न करने वाली कथा संवेजिनी कथा कहलाती है । पद्मपुराण - 106.92-93 देखें संवेदिनी