संयोजनासत्य: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> सत्य वचन के दस भेदों में एक भेद । चेतन और अचेतन द्रव्यों का विभाजन नहीं करने वाला वचन संयोजनासत्य है । क्रौंच व्यूह और चक्रव्यूह सैन्यरचना के भेद है । सेना चेतन-अचेतन पदार्थों के समूह से बनती है । परंतु अचेतन पदार्थों की विवक्षा न कर केवल क्रौंचाकार रची हुई सेना को क्रौंचव्यूह और चेतन पदार्थों की विवक्षा न कर केवल चक्र के आकार में रची हुई सेना को चक्रव्यूह कहना संयोजना सत्य है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 10.103 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सत्य वचन के दस भेदों में एक भेद । चेतन और अचेतन द्रव्यों का विभाजन नहीं करने वाला वचन संयोजनासत्य है । क्रौंच व्यूह और चक्रव्यूह सैन्यरचना के भेद है । सेना चेतन-अचेतन पदार्थों के समूह से बनती है । परंतु अचेतन पदार्थों की विवक्षा न कर केवल क्रौंचाकार रची हुई सेना को क्रौंचव्यूह और चेतन पदार्थों की विवक्षा न कर केवल चक्र के आकार में रची हुई सेना को चक्रव्यूह कहना संयोजना सत्य है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_10#103|हरिवंशपुराण - 10.103]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
सत्य वचन के दस भेदों में एक भेद । चेतन और अचेतन द्रव्यों का विभाजन नहीं करने वाला वचन संयोजनासत्य है । क्रौंच व्यूह और चक्रव्यूह सैन्यरचना के भेद है । सेना चेतन-अचेतन पदार्थों के समूह से बनती है । परंतु अचेतन पदार्थों की विवक्षा न कर केवल क्रौंचाकार रची हुई सेना को क्रौंचव्यूह और चेतन पदार्थों की विवक्षा न कर केवल चक्र के आकार में रची हुई सेना को चक्रव्यूह कहना संयोजना सत्य है । हरिवंशपुराण - 10.103