देशस्कंध: Difference between revisions
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<span class="GRef"> पंचास्तिकाय/75 </span><span class="PrakritText">खंधं सयलसमत्थं तस्स दु अद्धं भणंति देसो त्ति। अद्धद्धं च पदेसो परमाणू चेव अविभागी।75।</span> = <span class="HindiText">सकल-समस्त (पुद्गल पिंडात्मक संपूर्ण वस्तु) वह स्कंध है, उसके '''अर्ध को देश''' कहते हैं, अर्ध का अर्ध वह प्रदेश है और अविभागी वह सचमुच परमाणु है।75। </span> | <span class="GRef"> पंचास्तिकाय/75 </span><span class="PrakritText">खंधं सयलसमत्थं तस्स दु अद्धं भणंति देसो त्ति। अद्धद्धं च पदेसो परमाणू चेव अविभागी।75।</span> = <span class="HindiText">सकल-समस्त (पुद्गल पिंडात्मक संपूर्ण वस्तु) वह स्कंध है, उसके '''अर्ध को देश''' कहते हैं, अर्ध का अर्ध वह प्रदेश है और अविभागी वह सचमुच परमाणु है।75। )</span>। | ||
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पंचास्तिकाय/75 खंधं सयलसमत्थं तस्स दु अद्धं भणंति देसो त्ति। अद्धद्धं च पदेसो परमाणू चेव अविभागी।75। = सकल-समस्त (पुद्गल पिंडात्मक संपूर्ण वस्तु) वह स्कंध है, उसके अर्ध को देश कहते हैं, अर्ध का अर्ध वह प्रदेश है और अविभागी वह सचमुच परमाणु है।75। )।
अधिक जानकारी के लिये देखें स्कंध - 1।