सुस्थित: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
| | ||
== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
लवणसमुद्र का रक्षक व्यंतरदेव-देखें [[ व्यंतर#4.7 | व्यंतर - 4.7]]। | <span class="HindiText"> लवणसमुद्र का रक्षक व्यंतरदेव-देखें [[ व्यंतर#4.7 | व्यंतर - 4.7]]। </span> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 14: | Line 14: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText">(1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र में स्थित पोदनपुर नगर का राजा । इसकी रानी सुलक्षणा और पुत्र सुप्रतिष्ठ था । <span class="GRef"> महापुराण 70.138-139 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText">(1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र में स्थित पोदनपुर नगर का राजा । इसकी रानी सुलक्षणा और पुत्र सुप्रतिष्ठ था । <span class="GRef"> महापुराण 70.138-139 </span></p> | ||
<p id="2" class="HindiText">(2) लवण-समुद्र का स्वामी एक व्यंतर देव । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 637, 54.39 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) लवण-समुद्र का स्वामी एक व्यंतर देव । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#637|हरिवंशपुराण - 5.637]], [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_54#39|54.39]], </span></p> | ||
<p id="3" class="HindiText">(3) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25. 185 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25. 185 </span></p> | ||
</div> | </div> |
Revision as of 14:31, 28 November 2023
सिद्धांतकोष से
लवणसमुद्र का रक्षक व्यंतरदेव-देखें व्यंतर - 4.7।
पुराणकोष से
(1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र में स्थित पोदनपुर नगर का राजा । इसकी रानी सुलक्षणा और पुत्र सुप्रतिष्ठ था । महापुराण 70.138-139
(2) लवण-समुद्र का स्वामी एक व्यंतर देव । हरिवंशपुराण - 5.637, 54.39,
(3) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25. 185