अव्याबाध: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> ब्रह्मलोक के निवासी, पूर्वभव के श्रुतज्ञानाभ्यासी, महाऋद्धिधारी और ब्रह्मचारी लौकान्तिक देवों का सातवां भेद । महापुराण 17.47-50, वीरवर्द्धमान चरित्र 12.2-8</p> | <p> ब्रह्मलोक के निवासी, पूर्वभव के श्रुतज्ञानाभ्यासी, महाऋद्धिधारी और ब्रह्मचारी लौकान्तिक देवों का सातवां भेद । <span class="GRef"> महापुराण 17.47-50, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 12.2-8 </span></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ अव्याप्त | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ अव्याबाध सुख | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: अ]] | [[Category: अ]] |
Revision as of 21:38, 5 July 2020
ब्रह्मलोक के निवासी, पूर्वभव के श्रुतज्ञानाभ्यासी, महाऋद्धिधारी और ब्रह्मचारी लौकान्तिक देवों का सातवां भेद । महापुराण 17.47-50, वीरवर्द्धमान चरित्र 12.2-8