उपासक: Difference between revisions
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<p> श्रावक । महापुराण 8.206 प्रतिमाओं के भेद से इसके ग्यारह भेद होते हैं । श्रुत के सातवें अंग उपासकाध्ययन में इसकी पूर्ण विवेचना की गयी है । महापुराण 10.158-161, 34.133, 141 देखें [[ अंग ]]</p> | <p> श्रावक । <span class="GRef"> महापुराण 8.206 </span>प्रतिमाओं के भेद से इसके ग्यारह भेद होते हैं । श्रुत के सातवें अंग उपासकाध्ययन में इसकी पूर्ण विवेचना की गयी है । <span class="GRef"> महापुराण 10.158-161, 34.133, 141 </span>देखें [[ अंग ]]</p> | ||
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Revision as of 21:38, 5 July 2020
श्रावक । महापुराण 8.206 प्रतिमाओं के भेद से इसके ग्यारह भेद होते हैं । श्रुत के सातवें अंग उपासकाध्ययन में इसकी पूर्ण विवेचना की गयी है । महापुराण 10.158-161, 34.133, 141 देखें अंग