क्रूर: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) सोम एवं दंष्ट्रावाले दुष्ट स्वभावी जीव । महापुराण 3. 101</p> | <p id="1"> (1) सोम एवं दंष्ट्रावाले दुष्ट स्वभावी जीव । <span class="GRef"> महापुराण 3. 101 </span></p> | ||
<p id="2">(2) वसुदेव और उनकी रानी विजयसेना का द्वितीय पुत्र, अक्रूर का अनुज । हरिवंशपुराण 48.54</p> | <p id="2">(2) वसुदेव और उनकी रानी विजयसेना का द्वितीय पुत्र, अक्रूर का अनुज । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 48.54 </span></p> | ||
<p id="3">(3) अंजना की सास केतुमती का सेवक । यही गर्भावस्था में अंजना को उसके पिता के नगर के पास छोड़ने गया था । पद्मपुराण 17.12-20</p> | <p id="3">(3) अंजना की सास केतुमती का सेवक । यही गर्भावस्था में अंजना को उसके पिता के नगर के पास छोड़ने गया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 17.12-20 </span></p> | ||
<p id="4">(4) रावण का सिंहरथासीन एक योद्धा । पद्मपुराण 12.197, 57-47</p> | <p id="4">(4) रावण का सिंहरथासीन एक योद्धा । <span class="GRef"> पद्मपुराण 12.197, 57-47 </span></p> | ||
<p id="5">(5) विद्याधरों का स्वामी । यह राम का सहायक था । पद्मपुराण 54.35</p> | <p id="5">(5) विद्याधरों का स्वामी । यह राम का सहायक था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 54.35 </span></p> | ||
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Revision as of 21:39, 5 July 2020
(1) सोम एवं दंष्ट्रावाले दुष्ट स्वभावी जीव । महापुराण 3. 101
(2) वसुदेव और उनकी रानी विजयसेना का द्वितीय पुत्र, अक्रूर का अनुज । हरिवंशपुराण 48.54
(3) अंजना की सास केतुमती का सेवक । यही गर्भावस्था में अंजना को उसके पिता के नगर के पास छोड़ने गया था । पद्मपुराण 17.12-20
(4) रावण का सिंहरथासीन एक योद्धा । पद्मपुराण 12.197, 57-47
(5) विद्याधरों का स्वामी । यह राम का सहायक था । पद्मपुराण 54.35