धर्मसिंह: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> एक मुनि । सुमुख सेठ और वनमाला ने इन्हें आहार देकर इनके सन्मुख अपने पाप की निन्दा की थी और प्रायश्चित्त ग्रहण किया था । महापुराण 70. 73</p> | <p> एक मुनि । सुमुख सेठ और वनमाला ने इन्हें आहार देकर इनके सन्मुख अपने पाप की निन्दा की थी और प्रायश्चित्त ग्रहण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 70. 73 </span></p> | ||
Line 5: | Line 5: | ||
[[ धर्मसंज्ञ | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ धर्मसंज्ञ | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ धर्मसूरि | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: ध]] | [[Category: ध]] |
Revision as of 21:42, 5 July 2020
एक मुनि । सुमुख सेठ और वनमाला ने इन्हें आहार देकर इनके सन्मुख अपने पाप की निन्दा की थी और प्रायश्चित्त ग्रहण किया था । महापुराण 70. 73