धातकीखण्ड: Difference between revisions
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<p> आरम्भिक द्वीपों मे द्वितीय द्वीप । इसका विस्तार चार लाख योजन है । इसकी पूर्व दिशा में मन्दिर पर्वत है । महापुराण 6. 126,51.2,52.2, पद्मपुराण 12.22, हरिवंशपुराण 5.489, 54.17, पांडवपुराण 21.24-27 देखें [[ द्वीप ]]</p> | <p> आरम्भिक द्वीपों मे द्वितीय द्वीप । इसका विस्तार चार लाख योजन है । इसकी पूर्व दिशा में मन्दिर पर्वत है । <span class="GRef"> महापुराण 6. 126,51.2,52.2, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 12.22, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.489, 54.17, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 21.24-27 </span>देखें [[ द्वीप ]]</p> | ||
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Revision as of 21:42, 5 July 2020
आरम्भिक द्वीपों मे द्वितीय द्वीप । इसका विस्तार चार लाख योजन है । इसकी पूर्व दिशा में मन्दिर पर्वत है । महापुराण 6. 126,51.2,52.2, पद्मपुराण 12.22, हरिवंशपुराण 5.489, 54.17, पांडवपुराण 21.24-27 देखें द्वीप