प्रतिबोधिनी: Difference between revisions
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<p> एक विद्या । यह निद्रा-भंग करती है । सुग्रीव ने योद्धाओं को नींद से शिथिल होते देखकर इसी विद्या से उनकी निद्रा दूर की थी । पद्मपुराण 60. 60-62</p> | <p> एक विद्या । यह निद्रा-भंग करती है । सुग्रीव ने योद्धाओं को नींद से शिथिल होते देखकर इसी विद्या से उनकी निद्रा दूर की थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 60. 60-62 </span></p> | ||
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Revision as of 21:44, 5 July 2020
एक विद्या । यह निद्रा-भंग करती है । सुग्रीव ने योद्धाओं को नींद से शिथिल होते देखकर इसी विद्या से उनकी निद्रा दूर की थी । पद्मपुराण 60. 60-62