रौद्रास्त्र: Difference between revisions
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Revision as of 21:46, 5 July 2020
हजारों अस्त्रों से युक्त एक दिव्य अस्त्र । समुद्रविजय ने भाई वसुदेव के लिए इसका व्यवहार किया था । वसुदेव ने समुद्रविजय के इस अस्त्र को ब्रह्मशिरि-अस्त्र के द्वारा काट डाला था । हरिवंशपुराण 31. 122-123