विरस: Difference between revisions
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<p id="1">(1) अवसर्पिणी काल के अन्त में सरस मेघों के बरसने के बाद सात दिन तक वर्षा करने वाले मेघ । महापुराण 76.452-453</p> | <p id="1">(1) अवसर्पिणी काल के अन्त में सरस मेघों के बरसने के बाद सात दिन तक वर्षा करने वाले मेघ । <span class="GRef"> महापुराण 76.452-453 </span></p> | ||
<p id="2">(2) एक नृप । यह भरतेश के साथ दीक्षित होकर अन्त में परम पद को प्राप्त हुआ था । पद्मपुराण 88.1-4</p> | <p id="2">(2) एक नृप । यह भरतेश के साथ दीक्षित होकर अन्त में परम पद को प्राप्त हुआ था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 88.1-4 </span></p> | ||
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Revision as of 21:47, 5 July 2020
(1) अवसर्पिणी काल के अन्त में सरस मेघों के बरसने के बाद सात दिन तक वर्षा करने वाले मेघ । महापुराण 76.452-453
(2) एक नृप । यह भरतेश के साथ दीक्षित होकर अन्त में परम पद को प्राप्त हुआ था । पद्मपुराण 88.1-4