सोमप्रभ: Difference between revisions
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<p id="1">(1) भरतक्षेत्र में कुरुजांगल देश के हस्तिनापुर नगर का राजा । कुरुवंश का तिलक राजा श्रेयांस इ सका छोटा भाई था । इसने संसार के यथार्थ स्वरूप को जानकर जय कुमार को राज्य दे दिया था तथा स्वयं अपने छोटे भाई श्रेयांस के साथ वृषभदेव से दीक्षित होकर यह उनका गणधर हुआ । महापुराण 20. 30-31, 24.174, 43. 78-86 हरिवंशपुराण 45.6-7 देखें [[ सोम ]]</p> | == सिद्धांतकोष से == | ||
<p id="2">(2) भरतक्षेत्र की द्वारवती नगरी का राजा । सुप्रभ बलभद्र के ये पिता थे । महापुराण 60. 49, 63</p> | म.पु./सर्ग./श्लोक...श्रेयान्स राजा का भार्इ था। भगवान् ऋषभदेव को सर्व प्रथम आहार दिया (20/88)। अन्त में भगवान् के समवशरण में दीक्षा ग्रहणकर (24/174) मुक्ति प्राप्त की (43/86)। | ||
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<p id="1">(1) भरतक्षेत्र में कुरुजांगल देश के हस्तिनापुर नगर का राजा । कुरुवंश का तिलक राजा श्रेयांस इ सका छोटा भाई था । इसने संसार के यथार्थ स्वरूप को जानकर जय कुमार को राज्य दे दिया था तथा स्वयं अपने छोटे भाई श्रेयांस के साथ वृषभदेव से दीक्षित होकर यह उनका गणधर हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 20. 30-31, 24.174, 43. 78-86 </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 45.6-7 </span>देखें [[ सोम ]]</p> | |||
<p id="2">(2) भरतक्षेत्र की द्वारवती नगरी का राजा । सुप्रभ बलभद्र के ये पिता थे । <span class="GRef"> महापुराण 60. 49, 63 </span></p> | |||
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Revision as of 21:49, 5 July 2020
== सिद्धांतकोष से == म.पु./सर्ग./श्लोक...श्रेयान्स राजा का भार्इ था। भगवान् ऋषभदेव को सर्व प्रथम आहार दिया (20/88)। अन्त में भगवान् के समवशरण में दीक्षा ग्रहणकर (24/174) मुक्ति प्राप्त की (43/86)।
पुराणकोष से
(1) भरतक्षेत्र में कुरुजांगल देश के हस्तिनापुर नगर का राजा । कुरुवंश का तिलक राजा श्रेयांस इ सका छोटा भाई था । इसने संसार के यथार्थ स्वरूप को जानकर जय कुमार को राज्य दे दिया था तथा स्वयं अपने छोटे भाई श्रेयांस के साथ वृषभदेव से दीक्षित होकर यह उनका गणधर हुआ । महापुराण 20. 30-31, 24.174, 43. 78-86 हरिवंशपुराण 45.6-7 देखें सोम
(2) भरतक्षेत्र की द्वारवती नगरी का राजा । सुप्रभ बलभद्र के ये पिता थे । महापुराण 60. 49, 63