अबद्ध: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
(No difference)
|
Revision as of 21:37, 5 July 2020
पंचाध्यायी / उत्तरार्ध श्लोक 96 मोहकर्मावृतो बद्धः स्यादबद्धस्तदत्ययात्।
= मोहकर्मसे युक्त ज्ञानको बद्ध तथा मोहकर्मके अभावसे ज्ञानको अबद्ध कहते हैं।