अवस्थित बंध: Difference between revisions
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Revision as of 15:23, 11 August 2022
वर्तमान समय में जिन स्थितियों को बाँधता है, उन्हें अनंतर अतिक्रांत समय में घटी हुई या बढ़ी हुई बाँधी गयी स्थिति से उतनी ही बाँधता है, यह अवस्थित बंध है। देखें प्रकृति बंध - 1।