ऐहिक फलानपेक्षा: Difference between revisions
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Revision as of 15:23, 6 August 2022
दातारका पहला गुण कि वह इस लोकके फलकी इच्छा न करे कि मुझे धन, पुत्र व यश हो। (पु. श्लो. 169)
- देखें बृ जै. शब्दा. द्वि. खंड