काश्यगोष्ठी: Difference between revisions
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<p> कवि-सभा । कविता-पाठ के द्वारा सहृदय समाज को काव्य के रसों का आस्वादन कराना ऐसी गोष्ठियों का लक्ष्य होता है । काव्य-गोष्ठियों का आयोजन प्राचीन काल से होता आ रहा है । <span class="GRef"> महापुराण 14.191 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> कवि-सभा । कविता-पाठ के द्वारा सहृदय समाज को काव्य के रसों का आस्वादन कराना ऐसी गोष्ठियों का लक्ष्य होता है । काव्य-गोष्ठियों का आयोजन प्राचीन काल से होता आ रहा है । <span class="GRef"> महापुराण 14.191 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
कवि-सभा । कविता-पाठ के द्वारा सहृदय समाज को काव्य के रसों का आस्वादन कराना ऐसी गोष्ठियों का लक्ष्य होता है । काव्य-गोष्ठियों का आयोजन प्राचीन काल से होता आ रहा है । महापुराण 14.191