लोकपंक्ति: Difference between revisions
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<p>यो.सा./अ./8/20 <span class="SanskritGatha">आराधनाय लोकानां | <p>यो.सा./अ./8/20 <span class="SanskritGatha">आराधनाय लोकानां मलिनेनांतरात्मना । क्रियते या क्रिया बालैर्लोकपंक्तिरसौ मता ।20। </span>= <span class="HindiText">अंतरात्मा के मलिन होने से मूर्ख लोग जो लोक को रंजायमान करने के लिए क्रिया करते हैं उसे लोकपंक्ति कहते हैं । </span></p> | ||
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Revision as of 16:33, 19 August 2020
यो.सा./अ./8/20 आराधनाय लोकानां मलिनेनांतरात्मना । क्रियते या क्रिया बालैर्लोकपंक्तिरसौ मता ।20। = अंतरात्मा के मलिन होने से मूर्ख लोग जो लोक को रंजायमान करने के लिए क्रिया करते हैं उसे लोकपंक्ति कहते हैं ।