वचोगुप्ति: Difference between revisions
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Revision as of 16:57, 14 November 2020
अहिंसा व्रत की पांच भावनाओं में दूसरी भावना । इसमें स्त्रीकथा आदि चारों विकथाओं से विरक्त रहना होता है । महापुराण 20.161, पांडवपुराण 9-89