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<p> | <p> इंद्र की पटरानी । यह तीर्थंकर के जन्मोत्सव के समय गर्भगृह में जाकर और तीर्थंकर को गर्भगृह से बाहर लाकर जन्माभिषेक हेतु इंद्र को देती हैं । <span class="GRef"> महापुराण 13. 39, 46.257, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 7.28 </span></p> | ||
Revision as of 16:37, 19 August 2020
इंद्र की पटरानी । यह तीर्थंकर के जन्मोत्सव के समय गर्भगृह में जाकर और तीर्थंकर को गर्भगृह से बाहर लाकर जन्माभिषेक हेतु इंद्र को देती हैं । महापुराण 13. 39, 46.257, पद्मपुराण 7.28