न्याय भागमत समुच्चय: Difference between revisions
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चंद्रप्रभ काव्य के द्वितीय सर्ग पर पं.जयचंद छाबड़ा (ई.1763-1829) द्वारा भाषा में रचित एक न्याय विषयक ग्रंथ। | |||
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Latest revision as of 16:27, 19 August 2020
चंद्रप्रभ काव्य के द्वितीय सर्ग पर पं.जयचंद छाबड़ा (ई.1763-1829) द्वारा भाषा में रचित एक न्याय विषयक ग्रंथ।