अनंतजित्: Difference between revisions
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Revision as of 16:17, 19 August 2020
(1) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.69, 104
(2) अनंत संसार के जेता, मिथ्याधर्मरूपी अंधकार को नष्ट करने के लिए सूर्यस्वरूप चौदहवें तीर्थंकर । हरिवंशपुराण 1.16