गुरुपजोपलंभन: Difference between revisions
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
गर्भान्वय की त्रेपन क्रियाओं में इकतालीसवीं क्रिया । इस क्रिया में तीर्थंकर शिष्यभाव के बिना ही अनौपचारिक रूप से शिक्षा ग्रहण करते हैं । महापुराण 38.61, 229-230