उच्चस्थान: Difference between revisions
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<p> नवधा भक्ति के अंतर्गत दूसरी भक्ति । इसमें पात्र को आहार के लिए पड़गाहने के पश्चात् उच्चस्थान पर बैठने के लिए उससे निवेदन किया जाता है । <span class="GRef"> महापुराण 20.86-87 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> नवधा भक्ति के अंतर्गत दूसरी भक्ति । इसमें पात्र को आहार के लिए पड़गाहने के पश्चात् उच्चस्थान पर बैठने के लिए उससे निवेदन किया जाता है । <span class="GRef"> महापुराण 20.86-87 </span></p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
नवधा भक्ति के अंतर्गत दूसरी भक्ति । इसमें पात्र को आहार के लिए पड़गाहने के पश्चात् उच्चस्थान पर बैठने के लिए उससे निवेदन किया जाता है । महापुराण 20.86-87