भानुदत्त: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र की मथुरा नगरी का एक सेठ । इसकी स्त्री का नाम यमुनादत्ता था । इन दोनों के सात पुत्र थे । इसका दूसरा नाम भानु था । यह बारह करोड़ मुद्राओं का स्वामी था । <span class="GRef"> महापुराण 71.201-203, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 33.96 </span>देखें [[ भानुकीर्ति ]]</p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र की मथुरा नगरी का एक सेठ । इसकी स्त्री का नाम यमुनादत्ता था । इन दोनों के सात पुत्र थे । इसका दूसरा नाम भानु था । यह बारह करोड़ मुद्राओं का स्वामी था । <span class="GRef"> महापुराण 71.201-203, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 33.96 </span>देखें [[ भानुकीर्ति ]]</p> | ||
<p id="2">(2) चंपापुरी नगरी का एक धनाढ्य वैश्य । सुभद्रा इसकी स्त्री और चारुदत्त पुत्र था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 21. 6, 11 </span></p> | <p id="2">(2) चंपापुरी नगरी का एक धनाढ्य वैश्य । सुभद्रा इसकी स्त्री और चारुदत्त पुत्र था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 21. 6, 11 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
(1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र की मथुरा नगरी का एक सेठ । इसकी स्त्री का नाम यमुनादत्ता था । इन दोनों के सात पुत्र थे । इसका दूसरा नाम भानु था । यह बारह करोड़ मुद्राओं का स्वामी था । महापुराण 71.201-203, हरिवंशपुराण 33.96 देखें भानुकीर्ति
(2) चंपापुरी नगरी का एक धनाढ्य वैश्य । सुभद्रा इसकी स्त्री और चारुदत्त पुत्र था । हरिवंशपुराण 21. 6, 11