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<p id="1"> (1) गायन संबंधी त्रिविध लयों में दूसरी लय । <span class="GRef"> पद्मपुराण 24.9 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) गायन संबंधी त्रिविध लयों में दूसरी लय । <span class="GRef"> पद्मपुराण 24.9 </span></p> | ||
<p id="2">(2) वारुणीवर समुद्र का रक्षक देव । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.641 </span></p> | <p id="2">(2) वारुणीवर समुद्र का रक्षक देव । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.641 </span></p> | ||
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Revision as of 16:56, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
- दक्षिण व उत्तर वारुणीवर समुद्र का रक्षक देव–देखें व्यंतर - 4।
- भरतक्षेत्र आर्यखंड का एक देश–देखें मनुष्य - 4।
पुराणकोष से
(1) गायन संबंधी त्रिविध लयों में दूसरी लय । पद्मपुराण 24.9
(2) वारुणीवर समुद्र का रक्षक देव । हरिवंशपुराण 5.641