मायानिद्रा: Difference between revisions
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<p> मायामय नींद । तीर्थंकर के जन्म के समय शची तीर्थंकर की माता को इसी नींद में सुलाकर और प्रसूति से उन्हें बाहर लाकर अभिषेक हेतु इंद्र को देती है । <span class="GRef"> महापुराण 13.31, 14.75 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> मायामय नींद । तीर्थंकर के जन्म के समय शची तीर्थंकर की माता को इसी नींद में सुलाकर और प्रसूति से उन्हें बाहर लाकर अभिषेक हेतु इंद्र को देती है । <span class="GRef"> महापुराण 13.31, 14.75 </span></p> | ||
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Revision as of 16:56, 14 November 2020
मायामय नींद । तीर्थंकर के जन्म के समय शची तीर्थंकर की माता को इसी नींद में सुलाकर और प्रसूति से उन्हें बाहर लाकर अभिषेक हेतु इंद्र को देती है । महापुराण 13.31, 14.75