विमलकीर्ति: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> तीर्थंकर संभवनाथ के पूर्वभव के जीव-जंबूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में कच्छ देश के क्षेमपुर नगर के राजा विमलवाहन का पुत्र । इसका पिता इसे राज्य देकर दीक्षित हो गया था । <span class="GRef"> महापुराण 49.2, 7 </span>विमलचंद्र― (1) उज्जयिनी नगरी का एक सेठ । इसकी सेठानी विमला और पुत्री मंगी थी । <span class="GRef"> महापुराण 71.211, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 33. 101-104 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> तीर्थंकर संभवनाथ के पूर्वभव के जीव-जंबूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में कच्छ देश के क्षेमपुर नगर के राजा विमलवाहन का पुत्र । इसका पिता इसे राज्य देकर दीक्षित हो गया था । <span class="GRef"> महापुराण 49.2, 7 </span>विमलचंद्र― (1) उज्जयिनी नगरी का एक सेठ । इसकी सेठानी विमला और पुत्री मंगी थी । <span class="GRef"> महापुराण 71.211, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 33. 101-104 </span></p> | ||
<p id="2">(2) रावण का एक धनुर्धारी योद्धा । <span class="GRef"> पद्मपुराण 73. 171-172 </span></p> | <p id="2">(2) रावण का एक धनुर्धारी योद्धा । <span class="GRef"> पद्मपुराण 73. 171-172 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:57, 14 November 2020
तीर्थंकर संभवनाथ के पूर्वभव के जीव-जंबूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में कच्छ देश के क्षेमपुर नगर के राजा विमलवाहन का पुत्र । इसका पिता इसे राज्य देकर दीक्षित हो गया था । महापुराण 49.2, 7 विमलचंद्र― (1) उज्जयिनी नगरी का एक सेठ । इसकी सेठानी विमला और पुत्री मंगी थी । महापुराण 71.211, हरिवंशपुराण 33. 101-104
(2) रावण का एक धनुर्धारी योद्धा । पद्मपुराण 73. 171-172