वीरदीक्षा: Difference between revisions
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<p> निर्भय और वीर पुरुषों द्वारा ग्रहण की गयी निर्ग्रंथ दीक्षा । ऐसा दीक्षित पुरुष देव, शास्त्र और गुरु को छोड़कर किसी अन्य को प्रणाम नहीं करता । <span class="GRef"> महापुराण 34.109 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> निर्भय और वीर पुरुषों द्वारा ग्रहण की गयी निर्ग्रंथ दीक्षा । ऐसा दीक्षित पुरुष देव, शास्त्र और गुरु को छोड़कर किसी अन्य को प्रणाम नहीं करता । <span class="GRef"> महापुराण 34.109 </span></p> | ||
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Revision as of 16:57, 14 November 2020
निर्भय और वीर पुरुषों द्वारा ग्रहण की गयी निर्ग्रंथ दीक्षा । ऐसा दीक्षित पुरुष देव, शास्त्र और गुरु को छोड़कर किसी अन्य को प्रणाम नहीं करता । महापुराण 34.109