सर्वानशन: Difference between revisions
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देखें [[ अनशन ]]। | <span class="GRef">भगवती आराधना / मूल या टीका गाथा 209</span> <p class="PrakritText">अद्धाणसणं सव्वाणसणं दुविहं तु अणसणं भणियं। </p> | ||
<p class="HindiText">= अर्धानशन और '''सर्वानशन''' ऐसे अनशन तप के दो भेद हैं।</p><br> | |||
<span class="GRef">भगवती आराधना / विजयोदयी टीका / गाथा 209/425/14</span><p class="SanskritText"> परित्यागोत्तरकालो जीवितस्य यः सर्वकालः तस्मिन्ननशनं अशनत्यागः सर्वानशनम्। ...चरिमंते परिणामकालस्यांते। </p> <p class="HindiText">= मरण समय में अर्थात् संन्यास काल में मुनि '''सर्वानशन''' तप करते हैं।</p><br> | |||
<p class="HindiText">अधिक जानकारी के लिये देखें [[ अनशन ]]।</p> | |||
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Latest revision as of 15:57, 21 February 2024
भगवती आराधना / मूल या टीका गाथा 209
अद्धाणसणं सव्वाणसणं दुविहं तु अणसणं भणियं।
= अर्धानशन और सर्वानशन ऐसे अनशन तप के दो भेद हैं।
भगवती आराधना / विजयोदयी टीका / गाथा 209/425/14
परित्यागोत्तरकालो जीवितस्य यः सर्वकालः तस्मिन्ननशनं अशनत्यागः सर्वानशनम्। ...चरिमंते परिणामकालस्यांते।
= मरण समय में अर्थात् संन्यास काल में मुनि सर्वानशन तप करते हैं।
अधिक जानकारी के लिये देखें अनशन ।