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<p> एक निमित्तज्ञानी । विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में सुरेंद्रकांतार नगर के राजा विद्याधर मेघवाहन ने पुत्री ज्योतिर्माला क विवाह के संबंध में इन्हीं से परामर्श किया था । <span class="GRef"> महापुराण 62. 71-72 86-44, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.40, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 3.77-95 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> एक निमित्तज्ञानी । विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में सुरेंद्रकांतार नगर के राजा विद्याधर मेघवाहन ने पुत्री ज्योतिर्माला क विवाह के संबंध में इन्हीं से परामर्श किया था । <span class="GRef"> महापुराण 62. 71-72 86-44, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.40, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 3.77-95 </span></p> | ||
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Revision as of 16:59, 14 November 2020
एक निमित्तज्ञानी । विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में सुरेंद्रकांतार नगर के राजा विद्याधर मेघवाहन ने पुत्री ज्योतिर्माला क विवाह के संबंध में इन्हीं से परामर्श किया था । महापुराण 62. 71-72 86-44, पांडवपुराण 4.40, वीरवर्द्धमान चरित्र 3.77-95