संभिन्नश्रोतृबुद्धि
From जैनकोष
एक ऋद्धि । इससे नौ योजन चौड़े और बारह योजन लंबे क्षेत्र में फैले मनुष्य और तिर्यंचों के अक्षरात्मक और अनक्षरात्मक मिले शब्द भी एक साथ सुने जा सकते हैं । महापुराण 2.67, 11. 80
एक ऋद्धि । इससे नौ योजन चौड़े और बारह योजन लंबे क्षेत्र में फैले मनुष्य और तिर्यंचों के अक्षरात्मक और अनक्षरात्मक मिले शब्द भी एक साथ सुने जा सकते हैं । महापुराण 2.67, 11. 80