परिवर्तना: Difference between revisions
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धवला 9/4,1,55/262/11 अविसरणट्ठं पुणो पुणो भावागमपरिमलणं परियट्टणा णाम। = ग्रहण किया हुआ अर्थ विस्मृत न हो जावे, एतदर्थ बार-बार भावागम का परिशीलन करना परिवर्तना है। ( धवला 14/5,6,12/9/5 )।