रथ: Difference between revisions
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<h3><span class="GRef"> धवला 14/5, 6, 41/38/12 </span><span class="PrakritText">जुद्धे अहिरह-महारहाणं चउणजोग्गा रहा णाम ।</span> = जो युद्ध में अधिरथी और महारथियों के चढ़ने योग्य होते हैं, वे रथ कहलाते हैं । </h3> | <h3><span class="GRef"> धवला 14/5, 6, 41/38/12 </span><span class="PrakritText">जुद्धे अहिरह-महारहाणं चउणजोग्गा रहा णाम ।</span> = जो युद्ध में अधिरथी और महारथियों के चढ़ने योग्य होते हैं, वे रथ कहलाते हैं । </h3> | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p> प्राचीन काल का एक प्रसिद्ध वाहन । इसमें हाथी और घोड़े जोते जाते थे । युद्ध के समय राजा इस पर आरूढ़ होकर समरांगण में जाता था । <span class="GRef"> महापुराण 5.127, 10. 199 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> प्राचीन काल का एक प्रसिद्ध वाहन । इसमें हाथी और घोड़े जोते जाते थे । युद्ध के समय राजा इस पर आरूढ़ होकर समरांगण में जाता था । <span class="GRef"> महापुराण 5.127, 10. 199 </span></p> | ||
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Revision as of 16:57, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
धवला 14/5, 6, 41/38/12 जुद्धे अहिरह-महारहाणं चउणजोग्गा रहा णाम । = जो युद्ध में अधिरथी और महारथियों के चढ़ने योग्य होते हैं, वे रथ कहलाते हैं ।
पुराणकोष से
प्राचीन काल का एक प्रसिद्ध वाहन । इसमें हाथी और घोड़े जोते जाते थे । युद्ध के समय राजा इस पर आरूढ़ होकर समरांगण में जाता था । महापुराण 5.127, 10. 199