सप्तसप्तमतप: Difference between revisions
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Revision as of 15:03, 16 March 2023
एक प्रकार का तप इसमें पहले दिन उपवास और इसके बाद एक-एक ग्रास बढ़ाते हुए आठवें दिन सात ग्रास आहार लेने के पश्चात् इसके विपरीत एक-एक ग्रास घटाते हुए अंतिम सोलहवें दिन उपवास किया जाता है । यह क्रिया इस तप में सात बार की जाती है । हरिवंशपुराण 34.91