कोष्ठबुद्धि: Difference between revisions
From जैनकोष
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<span class="HindiText"> (1) एक ऋद्धि । गौतम इस ऋद्धि के धारक थे । इस ऋद्धि से इनको अनेक पदार्थों का ज्ञान था । <span class="GRef"> महापुराण 2.167, 11. 80-81, 36.16 </span></br><span class="HindiText">(2) एक बोध-विद्या । यह मतिज्ञान की बुद्धि होने से उत्पन्न होती है । <span class="GRef"> महापुराण 14.182, 36.146 </span> | <span class="HindiText">/br< (1) एक ऋद्धि । गौतम इस ऋद्धि के धारक थे । इस ऋद्धि से इनको अनेक पदार्थों का ज्ञान था । <span class="GRef"> महापुराण >/br< 2.167, 11. 80-81, 36.16 </span></br><span class="HindiText">(2) एक बोध-विद्या । यह मतिज्ञान की बुद्धि होने से उत्पन्न होती है । <span class="GRef"> महापुराण 14.182, 36.146 </span> | ||
Revision as of 17:23, 28 July 2022
/br< (1) एक ऋद्धि । गौतम इस ऋद्धि के धारक थे । इस ऋद्धि से इनको अनेक पदार्थों का ज्ञान था । महापुराण >/br< 2.167, 11. 80-81, 36.16
(2) एक बोध-विद्या । यह मतिज्ञान की बुद्धि होने से उत्पन्न होती है । महापुराण 14.182, 36.146