पद्मोत्तमा: Difference between revisions
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Revision as of 21:18, 13 November 2022
चंद्राभ नगर के राजा तथा उसकी रानी तिलोत्तमा की पुत्री । सर्प द्वारा काटे जाने पर जीवंधरकुमार द्वारा इसका विष दूर किया गया था । राजा ने जीवंधर के इस कार्य से प्रभावित होकर इसका जीवंधर के साथ विवाह कर दिया या । महापुराण 75.391-400