ऐहिक फलानपेक्षा: Difference between revisions
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<p class="HindiText">दातार का पहला गुण कि वह इस लोक के फल की इच्छा न करे कि मुझे धन, पुत्र व यश हो। (पु. श्लो. 169)</p> | |||
<p> | <p class="HindiText"> देखें बृहद् जैन शब्दार्णव द्वितीय खंड </p> | ||
Latest revision as of 13:14, 7 February 2023
दातार का पहला गुण कि वह इस लोक के फल की इच्छा न करे कि मुझे धन, पुत्र व यश हो। (पु. श्लो. 169)
देखें बृहद् जैन शब्दार्णव द्वितीय खंड