द्रव्य इंद्रिय: Difference between revisions
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<span class="GRef">तत्त्वार्थसूत्र 2/17</span> <p class="SanskritText"> निर्वृत्त्युपकरणे द्रव्येन्द्रियम् ॥17॥ सा द्विविधा, बाह्याभ्यन्तरभेदात् (सर्वार्थसिद्धि)। </p> | |||
<p class="HindiText">= निर्वृत्ति और उपकरण रूप <b>द्रव्येन्द्रिय</b> है ॥17॥ निर्वृत्ति दो प्रकार की है - बाह्य निर्वृत्ति और आभ्यन्तर निर्वृत्ति। </p> | |||
<p class="HindiText">( <span class="GRef">सर्वार्थसिद्धि 2/17/175/4</span> ), (<span class="GRef"> राजवार्तिक 2/17/2/130</span> ), (<span class="GRef">धवला 1/1,1,33/232/3</span> )</p> | |||
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Revision as of 13:07, 9 August 2023
तत्त्वार्थसूत्र 2/17
निर्वृत्त्युपकरणे द्रव्येन्द्रियम् ॥17॥ सा द्विविधा, बाह्याभ्यन्तरभेदात् (सर्वार्थसिद्धि)।
= निर्वृत्ति और उपकरण रूप द्रव्येन्द्रिय है ॥17॥ निर्वृत्ति दो प्रकार की है - बाह्य निर्वृत्ति और आभ्यन्तर निर्वृत्ति।
( सर्वार्थसिद्धि 2/17/175/4 ), ( राजवार्तिक 2/17/2/130 ), (धवला 1/1,1,33/232/3 )
देखें इंद्रिय - 1।