उपास्ति: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> सेनापुर नगर का एक गृहस्थ । यह बड़ा दानी था । दान के प्रमाद से मरकर यह अंद्रकपुर में मद्र नामक गृहस्थ और उसकी पत्नी धारिणी का पुत्र हुआ था । अपने सुसंस्कारों के कारण उसका प्रबोध होता गया और सुगतियाँ मिलती गयी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 31.22-32 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> सेनापुर नगर का एक गृहस्थ । यह बड़ा दानी था । दान के प्रमाद से मरकर यह अंद्रकपुर में मद्र नामक गृहस्थ और उसकी पत्नी धारिणी का पुत्र हुआ था । अपने सुसंस्कारों के कारण उसका प्रबोध होता गया और सुगतियाँ मिलती गयी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_31#22|पद्मपुराण - 31.22-32]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 22:16, 17 November 2023
सेनापुर नगर का एक गृहस्थ । यह बड़ा दानी था । दान के प्रमाद से मरकर यह अंद्रकपुर में मद्र नामक गृहस्थ और उसकी पत्नी धारिणी का पुत्र हुआ था । अपने सुसंस्कारों के कारण उसका प्रबोध होता गया और सुगतियाँ मिलती गयी । पद्मपुराण - 31.22-32