प्राणत: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) ऊर्ध्वलोक में स्थित चौदहवाँ कल्प । <span class="GRef"> महापुराण 7.39,55, 20-22, 67.16-17, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 105.166-169, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 3.155, 6.38 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) ऊर्ध्वलोक में स्थित चौदहवाँ कल्प । <span class="GRef"> महापुराण 7.39,55, 20-22, 67.16-17, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_105#166|पद्मपुराण - 105.166-169]], </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 3.155, 6.38 </span></p> | ||
<p id="2">(2) आनत स्वर्ग का एक विमान । <span class="GRef"> महापुराण 73.68, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 6.51 </span></p> | <p id="2">(2) आनत स्वर्ग का एक विमान । <span class="GRef"> महापुराण 73.68, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 6.51 </span></p> | ||
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Revision as of 22:27, 17 November 2023
सिद्धांतकोष से
- कल्पवासी देवों का भेद - देखें स्वर्ग - 3 ।
- कल्पवासी देवों का स्वस्थान - देखें स्वर्ग - 5.2 ।
- कल्प स्वर्गों का 14 वाँ कल्प - देखें स्वर्ग - 5.3 ।
- आनत-प्राणत स्वर्ग का द्वितीय पटल - देखें स्वर्ग - 5.3 ।
पुराणकोष से
(1) ऊर्ध्वलोक में स्थित चौदहवाँ कल्प । महापुराण 7.39,55, 20-22, 67.16-17, पद्मपुराण - 105.166-169, हरिवंशपुराण 3.155, 6.38
(2) आनत स्वर्ग का एक विमान । महापुराण 73.68, हरिवंशपुराण 6.51