धीर: Difference between revisions
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नि.सा./ता.वृ./७३ <span class="SanskritText">निखिलघोरोपसर्गविजयोपार्जितधीरगुणगम्भीरा:।</span>=<span class="HindiText">समस्त घोर उपसर्गों पर विजय प्राप्त करते हैं, इसलिए धीर और गुणगम्भीर (वे आचार्य) होते हैं।</span> भा.पा./टी./४३/१५६/१२ <span class="SanskritText">ध्येयं प्रति धियं बुद्धिमीरयति प्रेरयतीति धीर इति व्युपदिश्यते।</span>=<span class="HindiText">ध्येयों के प्रति जिनकी बुद्धि गमन करती है या प्रेरणा करती है उन्हें धीर कहते हैं।</span> | |||
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Revision as of 17:15, 25 December 2013
नि.सा./ता.वृ./७३ निखिलघोरोपसर्गविजयोपार्जितधीरगुणगम्भीरा:।=समस्त घोर उपसर्गों पर विजय प्राप्त करते हैं, इसलिए धीर और गुणगम्भीर (वे आचार्य) होते हैं। भा.पा./टी./४३/१५६/१२ ध्येयं प्रति धियं बुद्धिमीरयति प्रेरयतीति धीर इति व्युपदिश्यते।=ध्येयों के प्रति जिनकी बुद्धि गमन करती है या प्रेरणा करती है उन्हें धीर कहते हैं।