सर्वभूतहित: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> सर्व प्राणियों का हित करने वाले मन:पर्ययज्ञानी एक मुनि । राजा दशरथ बहत्तर राजाओं के साथ इन्हीं के पास दीक्षित हुए थे । इनका अपर नाम सर्वभूतशरण्य था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 29. 85, 32.78-81 </span>देखें [[ सर्वभूतशरण्य ]]</p> | <div class="HindiText"> <p> सर्व प्राणियों का हित करने वाले मन:पर्ययज्ञानी एक मुनि । राजा दशरथ बहत्तर राजाओं के साथ इन्हीं के पास दीक्षित हुए थे । इनका अपर नाम सर्वभूतशरण्य था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_29#85|पद्मपुराण - 29.85]], 32.78-81 </span>देखें [[ सर्वभूतशरण्य ]]</p> | ||
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Revision as of 22:36, 17 November 2023
सर्व प्राणियों का हित करने वाले मन:पर्ययज्ञानी एक मुनि । राजा दशरथ बहत्तर राजाओं के साथ इन्हीं के पास दीक्षित हुए थे । इनका अपर नाम सर्वभूतशरण्य था । पद्मपुराण - 29.85, 32.78-81 देखें सर्वभूतशरण्य