जघन्यशातकुंभ: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> एक व्रत । इसमें उपवास और पारणाओं का क्रम निम्न प्रकार रहता है―</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक व्रत । इसमें उपवास और पारणाओं का क्रम निम्न प्रकार रहता है―</p> | ||
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<span class="GRef"> हरिवंशपुराण 34.77 </span></p> | <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_34#77|हरिवंशपुराण - 34.77]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:10, 27 November 2023
एक व्रत । इसमें उपवास और पारणाओं का क्रम निम्न प्रकार रहता है―
उपवास | पारणा |
---|---|
5 | 1 |
4 | 1 |
3 | 1 |
2 | 1 |
1 | 1 |
4 | 1 |
3 | 1 |
2 | 1 |
1 | 1 |
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